लोकल इंदौर 1 अप्रैल। शहर की फिजा दिनों दिन खराब होती जा रही है, हमारे बच्चे अब सुरक्षित नहीं है, बलात्कार, अपहरण, मर्डर जैसे कई अपराधों में अपने पैर पसार लिए हैं। महिलाएं ही नहीं बल्कि बच्चों पर भी आए दिन अत्याचार के मामले बढ़ गए हैं, बड़े शर्म की बात है पूरे शहर में लगभग 35 से 40 लाख की जनता रह रही है। उसमें ही मात्र एक ही महिला थाना बड़ी आश्चर्य की बात है। क्या सांसद निधी में महिला थाने का कोई जिक्र नहीं है। महिला उत्पीडऩ मामले में सासंद में कोई ऐसा कदम उठाया। जिससे महिला अपने आप को सुरक्षित कर सके। हमने तो सुना था कि थानों पर महिला पुलिसकर्मी का होना आवश्यक होता है। लेकिन जब भी शहर के थानों पर महिलाएं शिकायत लेकर जाती है तो उनसे उनसे दुरव्र्यवहार किया जाता है। ऐसे कई मामले है जो महिलाओं से जुड़़े हैं पर उनकी शिकायत थानों पर दर्ज नहीं की जाती है। प्रदेश सरकार की यह कुरीति शहरवासी को बिल्कुल भी समझ में नहीं आ रही है। सत्तू भैया आप ही बताएं, क्या ऐसी सांसद वो भी महिला जो भी इन मुद्दों पर 25 सालों से चुप्पी साधे हुए हैं।
आज यह दृश्य मेघदूत उपवन में देखने को मिला। श्री पटेल जब मेघदूत उपवन पहुंचे तो आज लोगों से समस्या पूछे बिना ही सभी लोगों यह सारी बातें, सत्तू के सामने रखी। श्री पटेल ने उन सभी लोगों को आश्वासन दिया है आप लोग मेरा साथ दे मैं इस कुरीति को समाप्त करके रहूंगा। लोगों ने श्री पटेल को धन्यवाद देते हुए कहा कि आप हमारे बीच में आए हैं और हमें आप की बातों पर पूण भरोसा है कि आप सासंद बनते ही सभी व्यवस्थाओं को परिवर्तन करने में पूरा सहयोग करेंगे।
( जैसा श्री पटेल का प्रेस नोट आया )
संलग्न चित्र- सत्यनारायण पटेल संवाद करते हुए।