अरबिन्दो मेडिकल कालेज में दो दिवसीय पैरीफेरल वस्क्युलर इंटरवैंशन्स कार्यशाला


अरबिन्दो मेडिकल कालेज के इंटरवेंशनल रेडियोलाजिस्ट एवं कोर्स कन्वीनर डा. कैलाश पटेल ने शुक्रवार को पत्रकारों को यह जानकारी देते हुए बताया कि पैरीफेरल वस्क्युलर डिसीज में पेट से नीचे से घुटने तक के हिस्से में धमनियों में रक्त के थक्के बनने से रूकावट आ जाती है। यह बिल्कुल दिल की बीमारी की तरह होती है।। मरीज को रूक रूक कर दर्द उठता है और चलने फिरने में तकलीफ होती है। उन्होनें बताया कि पहले इन रूकावटो को दूर करने का प्रयास किया जाता है ओर आद में बायपास किया जाता है।
उनहोनें बताया कि पहले इस तरह की बिमारियां 55..60 साल के बाद होती थी मगर बइले खानपान और शारीरिक व्यायाम नही करने के कारण अब ये बिमारियॉं 35..40 साल के युवकों में भी नजर आ रही है। उनके अनुसार नशे के कारण भी ये बीमारी होती है।
उन्होंने बताया कि दो दिनी इस कार्यशाला में पैरीफेरल वस्क्युलर डिसीज में मरीज को बिना सर्जरी एंजियोग्राफी ,एंजियाप्लास्टीव स्टंटिंग द्वारा इलाज करने की लाइव ट्रेंनिंग दी जाएगी। दस मरीजो का एक्सपर्ट इलाज करेगें साथ ही डाक्अर हैंड्स आन प्राक्टिस भी करेगे।