आग लगा लेंगे , कहा और अपने उपर डाल लिया मिट्टी का तेल


सिंधी समाज की शिकायत पर प्रशासन ने स्वामी प्रीतमदास सभागृह के आगे की जमीन पर कब्जा हटाने की कार्रवाई के लिए यहा रहने वाले राम कृष्ण और महावीर वर्मा परिवार को नोटिस दिया था
जब अधिकारी मौके पर पहुंचे तो वर्मा परिवार की दो महिलाएं, एक पुरुष आम आदमी की पार्टी की टोपी पहने हुए और एक बच्चा मकान की छत पर केरोसिन की केन लेकर ऊपर चढ़ गए। इन्होंने खुद पर केरोसिन डाल लिया और पास में कपड़ों का ढेर लगाकर उसमें आग लगा ली। माचिस की तीली हाथ में लेकर धमकी दी कि यदि आगे आए तो आग लगा लेंगे।
पुलिस भी तैयारी से आई थी, उन्होंने तत्काल फायर फाइटर से पानी की बौछार की, जिससे माचिस गीली हो गई। पुलिस जवान छत पर चढऩे लगे तभी छत पर चढ़े लोगों ने पत्थर चलाने शुरू कर दिए, सामने की बस्ती से भी पत्थर चलने लगे। इसमें कई अधिकारियों को पत्थर लगे। इसके बाद तो पुलिस तैश में आ गई। उन्होंने भी पत्थर फेंके और लाठियां भांजते हुए सभी को पकडऩे दौड़े, लोगों के तितर-बितर होते ही दस मिनट में मकान तोड़ दिया गया।