लोकल इंदौर .इंदौर आने वाले समय में हब बनकर उभर सकता है। पोलोग्राउंड औद्योगिक क्षेत्र में प्रदेश की पहली प्लास्टिक लैब की स्थापना पर भी कार्य किया जा रहा है।इसका कारण यह है कि संपूर्ण देश में प्लास्टिक इंडस्ट्री के विकास की दर 18.5 फीसदी है जबकि इंदौर में यह उद्योग 28 फीसदी की दर से विकास कर रहा है।
इंडिया प्लास्टापैक फोरम के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल का कहना है कि इंदौर में प्लास्टिक इंडस्ट्री के ग्रोथ के सारे साधन उपलब्ध है। मध्यभारत में स्थित होने से आने वाले समय में यह हब बनकर उभरेगा। इंडिया प्लास्टापैक फोरम के साथ इंदौर के 250 से अधिक निर्माता जुड़े हुए हैं।
एमएसएमई विकास केन्द्र, इंदौर के निदेशक डीएस मंडलोई का कहना है कि इंदौर में प्लास्टिक मैन्युफैक्चर्स के लिए सीएफसी विकसित करने की अनुमति जल्द प्राप्त होने की आशा है इससे यहां के प्लाटिक उद्योग में अत्यधिक तेज गति से विकास करने की संभावना है। गौरतलब है कि लगभग एक साल पहले एमएसएमई विकास संस्थान इंदौर द्वारा इंदौर व उज्जैन में प्लास्टिक निमार्ण उद्योग के बेहतर विकास हेतु यहां प्लास्टिक कल्स्टर के रूप में सीएफसी स्थापित किए जाने के संबंध में उच्च विभाग को भेजी गई विस्तृत रिपोर्ट को सैद्धांतिक अनुमति प्राप्त हुई थी। इंदौर में 100 से अधिक कारोबारियों ने जगह भी माँगी है .