इन्दौर में सिम्बायोसिस का भूमि पूजन

 

DSC_0768 13 (1)लोकल इंदौरः06 जून,प्राचीन समय में विश्व में भारतवर्ष के तक्षशिला एवं नालंदा शिक्षा के प्रमुख केन्द्र थे, इन केन्द्रों से भारत की विश्व में शिक्षा जगत में विशेष पहचान थी. अब समय आ गया है कि शिक्षा को अत्यधिक महत्व दिया जायें. मध्यप्रदेश आने वालों सालों में शिक्षा का एक नया केन्द्र बन कर उभरेगा. इसकी शुरुआत हो गई है. मुझे आशा है कि मैनें आज सिम्बायोसिस यूनिवर्सिटी ऑफ अप्लाइड सायन्सेस की आधारशिला इन्दौर में रखी है. शीघ्र ही यह मील का पत्थर साबित होगी.

यह बात मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने शुक्रवार को इन्दौर में कौशल विकास के क्षेत्र में शिक्षा प्रदान करने वाले देश के पहले विश्वविद्यालय का भूमि पूजन एवं शिलान्यास समारोह में कही.   यह विश्वविद्यालय सिम्बायोसिस ग्रुप द्वारा सिम्बायोसिस यूनिवर्सिटी ऑफ अप्लाइड सायन्सेस के नाम से संचालित किया जाएगा.  इस विश्वविद्यालय के निर्माण पर प्रथम चरण में 150 करोड़ रूपये खर्च किये जाएंगे. इन्दौर में इव विश्वविद्यालय के विशाल केम्पस का निर्माण कार्य आगामी दो-तीन महिनों में शुरू हो जाएगा.  विश्वविद्यालय में शिक्षण का कार्य आगामी 2016 से प्रारंभ हो जाएगा.  इस विश्वविद्यालय द्वारा पांच वर्षों में पांच हजार बच्चों को कौशल विकास की शिक्षा देने का लक्ष्य रखा गया है.

इंदौर के सुपर कॉरिडोर के समीप  बड़ा बांगडदा गांव में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्राचीन समय में विश्व में भारतवर्ष के तक्षशिला एवं नालंदा शिक्षा के प्रमुख केन्द्र थे, इन केन्द्रों से भारत की विश्व में शिक्षा जगत में विशेष पहचान थी.  उन्होंने आशा व्यक्त करतेहुए कहा कि सिम्बायोसिस द्वारा संचालित इस विशेष विश्वविद्यालय से भी देश की एक अलग पहचान विश्व में स्थापित होगी.

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