लोकल इंदौर 26 मार्च। औद्योगिक क्षेत्रों को अधोसंरचना विकास के बाद एकेवीएन को सौपने के विरोध मे एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज मध्यप्रदेश के सारे सदस्घ्य एकमत हो गए है।
सोमवार को एआईएमपी की कार्यकरिणी की बैठक में इसी बात कर गरमा-गरम बहस हुई। इस बहस में अधिकांश सदस्य हस्तांरण के विरोध में थे। उनका कहना था कि जब क्षेत्र बदहाल थे तो कोई भी निर्माण एजेंसी सामने नही आ रही थी। लेकिन जब शासन ने ऋण ले कर विकास कार्य प्रारंभ किया है तो एकेवीएन को सौपने की बात कही जा रही है। उनका विरोध एकेवीएन द्वारा अधिक लीजरेंट और शुल्क लिए जाने से था। बैठक में अतंत: इस बात पर सहमति बनी की शासन को ज्ञापन दे कर औद्योगिक क्षेत्रों को एकेवीएन को देने का विरोध किया जाएगा। इस प्रस्ताव के पास होने कि स्थिती में अब तक अधिकारियों के साथ बैठने वाले पदाधिकारियों को विरोध में आवाज उठाना होगी।
उल्लेखनीय है कि इसी मुद्दे पर कुछ दिनों पूर्व ही एआईएमपी के पदाधिकारियों ने पोलोग्राउंड औद्योगिक संगठन के बैनर पर आयोजन कर उद्योग मंत्री के सामने विरोध जताया था।
औद्योगिक क्षेत्रों का प्रमुख संगठन एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज में सरकारी अधिकारियों की हां में हां मिलने की बात पर कई दिनों से शीत युद्ध चल रहा है। इसमें एक गुट में वह पदाधिकारी है जो एआईएमपी की और से सरकारी अधिकारियों से सतत सम्पर्क मे रहते है। वही दूसरा गुट औद्योगिक क्षेत्रों के विकास और समस्याओं की बात करता है।