लोकल इन्दौरः07 फरवरी,विधानसभा चुनाव में जीते भाजपा के चार विधायकों के निर्वाचन को चुनौती देने वाली याचिकाओं को शुक्रवार को उच्च न्यायालय की इन्दौर खंडपीठ ने स्वीकार कर निर्वाचन से जुडे अधिकारियों और विधायकों को नोटिस जारी किये है. 13 मार्च को इस मामलें की अगली सुनवाई होगी.
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय (महू) विधायक रंजना बघेल(मनावर) ,नीना वर्मा(धार) ,चैतन्य कश्यप(रतलाम) के निर्वाचन को पराजित प्रत्याशियों ने उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी. इन याचिकाओं की सुनवाई करते हुए न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव कि सिंगल बेंच ने निर्वाचित विधायकों जिला निर्वाचन अधिकारियों और निर्वाचन आयोग को नोटिस जारी किया है. 13 मार्च को इस मामले की अगली सुनवाई होगी. गौरतलब है कि महू के विधायक और मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के निर्वाचन को पराजित कांग्रेस उम्मीदवार अंतर सिंह दरबार ने यह कहते हुए उनका निर्वाचन रद्द करने की याचिका प्रस्तुत कि है कि चुनाव के दौरान उन्होने मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए नोट बांटे और आचार सन्हिता का उल्लंघन किया. वही मनावर से निर्वाचित भाजपा विधायक रंजना बघेल के खिलाफ निरंजन डाबर ,धार से निर्वाचित विधायक नीना वर्मा के खिलाफ बालमुकुन्द गौतम और सुरेशचन्द भंडारी ने याचिका दायर की है. उन्होने याचिका का आधार नामांकन पत्र में खाली छोडे गये कॉलम और उसमें त्रुटियों को बनाया है. रतलाम से निर्वाचित विधायक चैतन्य कश्यप के निर्वाचन को पराजित प्रत्याशी और पूर्व विधायक पारस सकलेचा ने चुनौती दी है.