टल गई डबल डेकर ट्रेन की विदाई


यह ट्रेन सितंबर 2013 में शुरू हुई थी, तब इसे लेकर यात्रियों में खासा उत्साह देखा गया था। भोपाल-इंदौर को पहली बार ऐसी कोई ट्रेन मिली है। हालांकि जबसे यह चली, फायदा कम और नुकसान ज्यादा हुआ। भोपाल से इंदौर के बीच ये ट्रेन रोज़ दो फेरे लगाती है। पहले सुबह छह बजे हबीबगंज से इंदौर वाया देवास होकर चलती है, जिसका किराया 355 रुपए रखा गया है। वहीं, दूसरे फेरे में ये ट्रेन शताब्दी एक्सप्रेस को लिंक करते हुए दोपहर ढाई बजे वाया उज्जैन होकर इंदौर पहुंचती हैं, जिसका किराया 390 रुपए है।
10 डिब्बों से शुरू हुई, तीन डिब्बों की हो गई
जब यह ट्रेन शुरू हुई थी तो इसमें 10 डिब्बे थे। लेकिन, यात्रियों के कम रुझान के चलते बाद में इसे तीन डिब्बों का कर दिया गया। इसके बाद भी डबल डेकर की ज्यादातर सीटें खाली ही रहती हैं। जबकि इस ट्रेन के प्रत्येक कोच में 120 यात्री बैठ सकते हैं।