तबला बजा कर किया हमेशा अपने गुस्से को शांत – रामस्वरूप रतौनिया

लोकल इंदौर 5 मार्च। मुझे जब भी गुस्सा आता था तो मैं किसी को कुछ भी कहे बिना म्युजिक रूम में चला जाता था और वहॉं जाकर जमकर तबले पर रियाज करता जिससे मेरा सारा गुस्सा शांत हो जाता और बाहर आकर इतना नार्मल हो जाता था मानो कुछ हुआ ही नहीं।
ये राज उजागर किया मध्यप्रदेश के एकमात्र टॉप ग्रेड तबला प्लेयर एवं आकाशवाणी इन्दौर के कार्यक्रम प्रमुख श्री रामस्वरूप रतौनिया ने। अपनी सेवानिवृत्ति के अवसर पर अपने सहयोगियो द्वारा दी गई बिदाई समारोह के दौरान श्री रतौनिया ने अपने शांतस्वाभाव और हसमुख मिजाज का राज उजागर करते हुए उन्होंने कहा कि तबला बजाने के हुनर ने मुझे प्रशासन चलाने में बडी मदद की है क्योंकि तबला संगति का मतलब है मुख्य कलाकार के साथ साथ अपने हुनर को स्थापित करना और कहीं भी अलग न दिखना प्रशासन में इसी बात ने मुझे सबको साथ लेकर चलना सिखाया ।मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ आकाशवाणी के एकमात्र टॉप ग्रेड तबलावादक रहे श्री रतौनिया देश के प्रतिष्ठित कलाकारों के साथ अपनी प्रस्तुतियॉं दी हैं इनमें पं. जसराज, पं. हरिप्रसाद चौरसिया, श्रीमती एन राजम, पं. विश्वमोहन भट्ट, पं. बुद्धादित्य मुखर्जी, पं. वी.वी. जोग, विदुषी शोभा गुर्टू, पं. बालासाहब पूंछवाले, पं. कृष्णरात शंकर पण्डित, पं. एकनाथ सारोलिकर, विदुषी सविता देवी, विदुषी जरीन शर्मा, उस्ताद हलीम जाफर खॉं, विदुषी निर्मला अरूण, आदि शामिल हैं ।मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ की आकाशवाणी क्षेत्रिय समन्वय समिति की बैठक में उन्हें विदाई दी गयी संचालन आकाशवाणी इन्दौर के मीडिया कोआर्डिनेटर श्री प्रवीण नागदिवे ने किया ।