पहले पानी की धार फिर पड़ी कांग्रेसियों को मार


कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव, ने कार्यकर्ताओं को संबोधित हमारी मांग है कि अभी तक पीएससी ने जो परीक्षाएं ली हैं, उन्हें रद्द किया जाए। आगामी परीक्षाओं के पेपर पुन: सेट करवाए जाएं। वहीं आयुर्वेद अधिकारी सहित अन्य परीक्षा के पेपर लीक करने वालों पर कड़ी कार्रवाई हो। मुख्यमंत्री इस मामले में इस्तीफा दें और इस मामले की सीबीआई जांच करवाई जाए।
नेता-कार्यकर्ता देखते ही देखते उग्रहुए कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में पीएससी कार्यालय में घुसने की कोशिश करने लगे। पुलिस प्रशासन ने उन्हें रोकने के लिए वॉटर केनन का सहारा लिया, लेकिन बात नहीं बनी। कार्यकर्ता और अधिक उग्र हो गए। इसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए लाठियां भांजी, जिसमें कुछ कार्यकर्ता घायल हो गए। प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव, पूर्व विधायक तुलसी सिलावट, शहर अध्यक्ष प्रमोद टंडन और एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष विपिन वानखेड़े को पुलिस ने हिरासत में ले लिया और अस्थाई जेल भेज दिया। आधे घंटे बाद ही सभी नेताओं को मुचलके पर रिहा कर दिया गया।