तुम जो कहो दिखा देंगे । भारतीय हैं पहचान बता देंगे।। नहीं नियत कहीं खराब तुम्हारी है। हम सबकी यह जवाबदारी है
तुमने उनको रोका है ।
जिनको अभी तक नहीं टोका है।
अपनों को अपना बनाना चाहते हो।
फिर क्यों सवाल उठाते हो।
जो घर के हैं, वह घाट के नहीं।
अपने हैं कोई आयात के नहीं।
कूद फांद कर जो आया है ।
वही पकड़ा जाएगा ।
नहीं सबूत है कोई
तो वापस फेंका जाएगा।।
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सुरेंद्र बंसल
वरिष्ठ पत्रकार और कवि