इंदौर ८अप्रैल । अपनी सहेली और आरटीआई कार्यकर्ता शेहला मसूद हत्या के मामले मेंअभियुक्त जाहिदा और सबा ने जेल अधिकारियों से अनुरोध किया की वे जेल में बंद अन्य महिलाओं को पढ़ाना चाहती है ।
शनिवार को जेल अधिकारियो को दिए लिखित आवेदन में रविवारीय विशेष उन्होंने महिला कैदियों को पढ़ाने की इच्छा जाहिर की है। इस बारे में इंदौर जेल अधीक्षक दिनेश नरगावे ने इस आवेदन की पुष्ठी करते हुए कहाकि उनका आवेदन स्वीकार नहीं किया गया है ।
सूत्रों की माने तो जेल प्रशासन इस हाई प्रोफाईल मामले में पढ़ना नहीं चाहता वैसे भी सबा के पास से पाये गए दो मोबाईल के मामले में सीबीआई पहले ही जाँच में जुटी है ।अधिकारियो को शंका है की दोनों अभियुक्तों की ये कोइ नई मंशा हो जेल से संवाद करने की हो । वैसे भी प्राशासन मान रहा है की ये दोनों शातिर अपराधी हैं, और चुंकी मामला अभी अदालत में चल रहा है और बिना अदालत के आदेश के वह किसी नए मामले में नहीं पडना नहीं चाहता इसी के चलते उनका आवेदन खारिज किया गया है।
मिली काल डिटेल
सीबीआई सूत्रों के अनुसार सबा फारुखी से मिले दूसरे मोबाइल फोन की कॉल डिटेल सीबीआई को मिल गई है। इसमें सीबीआई को पता चला है कि जेल के अंदर रहकर मोबाइल का उपयोग किया गया था।हालांकि सूत्रों ने यह नहीं बताया कि सबा या जाहिदा में से किसने और किससे मोबाइल फोन से बात की थी।
सबा के भाई से होगी पूछताछ
जेल में मोबाईल मिलने के मामले में शंका की जा रही है की ये मोबाईल जेल में ही मुलाक़ात के समय ही दिए गए । रिकार्ड के मुताबिक़ दोनों आरोपी जाहिदा और सबा से इंदौर जेल में अब तक दो लोगों ने मुलाकात की है। इनमें जाहिदा का पति असद परवेज और सबा का भाई इमरान शामिल है। सीबीआई को शक है कि सबा से जब्त दोनों मोबाइल फोन इमरान ने ही दिए होंगे। अब इस मामले सीबीआई इमरान से भी पूछताछ कर सकती है। दूसरा मोबाइल मिलने की सूचना जेल अधिकारियों ने सीबीआई को दी थी।
गृह मंत्रालय और जेल मुख्यालयको लिखा पत्र
जाहिदा और सबासबा फारूकी से दो मोबाईल फोन की मिलने के बाद, जेल अधिकारियों ने गृह मंत्रालय और जेल मुख्यालय को शहर की दोनो जेलों में मोबाइल जैमर स्थापित करने का अनुरोध किया है.जानकारी के मुताबिक, वरिष्ठ अधिकारियों ने जेल में अभियुक्त से मोबाइल फोन की मिलने की घटना को गंभीरता से लिया है. उनके अनुसार इस घटना के अलावा यह भी शिकायत आ रही है की जेल में बंद अनेक अपराधी मोबाईल का इस्तेमाल कर लेते है । कहा जाता है कि बैरकों और वार्ड के बाहर तैनात गार्ड कैदियों को उनके अपने मोबाइल फोन में सिम कार्ड डालने के लिए और कॉल करने की अनुमति देते हैं.
यू मिले थे दो नये मोबाईल
सबा फारुकी से जेल में एक नही दो नये मोबाईल मिले थे । अदालत में पेशी के बाद जेल लौटने के बाद जब तीन अप्रैल को सबा को वापस उसकी बैरक में पहुंचाया जा रहा था, तो महिला प्रहरियों को संदेह हुआ कि वह कुछ छिपा रही है। सबा ने अपनी तलाशी देने में आनाकानी की एवं महिला प्रहरियों से हाथापाई भी की। उसने कथित तौर पर उल्टी होने का बहाना बनाकर महिला प्रहरियों से अपना हाथ छुड़ाया एवं क्यारियों के पास मोबाइल फोन गिरा दिया था । जो एकदम नया था और उसमे सिम नही थी उसके दुसरे दिन जेल प्रहरियो ने उस जगह की जाँच की तो उन्हें वंहा एक और मोबाईल मिला ।जेल अधीक्षक ने बताया कि ये दोनों ही मोबाइल फोन नये है एवं इन में से एक में सिम कार्ड नहीं पाया गया है। दोनों को मोबाइल फोन को सील कर दिया गया है।
मुलाक़ात पर लगा प्रतिबंध
जेल में मोबाइल फोन मिलने की घटना को अधिकारियों ने जेल मैन्युअल का उल्लंघन माना है। इसके चलते उन्होंने जाहिदा और सबा के किसी भी बाहरी व्यक्ति से मिलने पर रोक लगा दी है। जेल अधीक्षक न रगावे के मुताबिक अब जाहिदा और सबा पंद्रह दिनों तक किसी से भी नहीं मिल सकेंगी। इस बीच उनके द्वारा महिलाओं को पढाने के आवेदन को जेल प्रशासन उनकी नई चाल मान रहा है