मालवा-निमाड़ अंचल की सबसे बड़ी कावड़ यात्रा इस वर्ष 10 जुलाई से
लोकल इंदौर 1 जुलाई। पर्यावरण की रक्षा, बेटी बचाओ और पानी की बचत के संदेश जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से पिछले 15 वर्षों से धाराजी से महाकालेश्वर तक निकलने वाली मालवा-निमाड़ अंचल की सबसे बड़ी कावड़ यात्रा इस वर्ष 10 जुलाई से प्रारंभ होगी। यात्रा में इंदौर, देवास, उज्जैन एवं निमाड़ अंचल के डेढ़ हजार से अधिक श्रद्धालु और अनेक भजन मंडलियां शामिल रहेंगी।
बोल बम कावड़ यात्रा मंडल के संयोजक श्री गिरधर गुप्ता, पं. हरकचंद शर्मा एवं प्रदीप मेहता ने बताया कि 10 जुलाई को प्रात: 6 बजे धाराजी में मां नर्मदा के दुग्धाभिषेक के बाद यात्रा तातूखेड़ी, सीता मंदिर होते हुए पीपरी पहुंचेगी। 11 को पुंजापुरा, 12 को चापड़ा, 13 को बरोठा, 14 को देवास, 15 को नरवर एवं 16 जुलाई को उज्जैन में रात्रि विश्राम के बाद 17 जुलाई को प्रात: नर्मदा के जल से भगवान महाकालेश्वर का अभिषेक होगा। पिछले 15 वर्षों से मंडल की प्रेरणा एवं भक्तों के सहयोग से धाराजी, पुंजापुरा एवं नरवर में धर्मशालाओं का निर्माण हो चुका है, जबकि चापड़ा में भी हाल ही धर्मशाला के लिए भूमिपूजन किया गया है। पीपरी में मां नर्मदा के मंदिर का निर्माण भी प्रस्तावित है।
कावड़ यात्रा के दौरान प्रतिदिन प्रात: पं. दीपक विवेक पंडित द्वारा पूजा-अर्चना तथा रात्रि विश्राम वाले स्थानों पर भजन मंडलियों द्वारा भजन-संकीर्तन, रामायण पाठ आदि के साथ ही अपने घर, खेत-खलिहान या गांव के मंदिर में एक-एक पौधा रोपने, पानी की बचत करने और कन्या भ्रूण हत्या रोकने जैसे संदेश दिए जाएंगे।