लोकल इंदौर 16 नवम्बर।भाजपा की वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा उप सभापति नजमा हेपतुल्ला ने आज कहा कि टोपी लगा कर कोई वोट नहीं कबाड सकता. मुसलमान को टोपी नहीं रोटी चाहिए। मुसलमान टोपी पहने वालों के साथ नहीं बल्कि जो रोटी देगा उसके साथ होगें।
आज इंदौर में पत्रकारो से चर्चा में कहा कि गुजरात दंगों के लिए मोदी को माफी मांगने को कहा जाता है. माफी किस बात की. माफी का मतलब होता है कि दोबारा दंगें नहीं होगें. गुजरात में दोबार दंगा नहीं हुआ. वह सभी कौम के लोग एक साथ खडे है. विकास कर रहे है. मै लम्बे समय तक कांग्रेस में रही. कांग्रेस सरकार में कई दंगें हुए. मै सिर्फ माफी मांगती रही. एक भी दंगें नहीं रोक सकी. क्या 84 के दंगों के लिए कांग्रेस ने माफी मांगीं. जबकि सिखों को बेरहमी से मार गया था. सपा के नरेश अग्रवाल के बयान कि चाय बेचने वाला प्रधानमंत्री नहीं बन सकता के सवाल पर श्रीमति हेपतुल्ला ने कहा कि देश का लोकतंत्र सभी नागरिकों को यह मौका देता है कि वह जो बनना चाहता है बनें.उन्होनें कहा कि किसी एक खानदान या उनके बाप-दादा ही राज करें या नहीं चल सकता.नरेन्द्र मोदी में काबिलियत थी कि वे चाय बेचने से उपर उठाकर आज प्रधानमंत्री पद के दावेदार है. योग्यता जिसमें होगी वही उभरकर आयेगा.