लोकल इन्दौरः30 मई, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जीवनी पढने के लिए उतावली मध्यप्रदेश सरकार ने अपने कदम पीछे खीच लिये है. अब प्रदेश सरकार के नुमाइन्दें कहा रहे है कि यह निर्णय राजस्थान सरकार था. हमारा नहीं.
गौरतलब है कि भाजपा के नेता नरेन्द्र मोदी जैसे ही प्रधानमंत्री बनने भाजपा शासित राज्यों ने अपने पाठयक्रम में मोदी की जीवनी पढने की तैयारी शुरु कर दी थी. यह खबर जैसे ही प्रधानमंत्री मोदी तक पहुंचीं उन्होने शुक्रवार को ट्वीट कर उनकी जीवनी ना पढाने की बात कही. मोदी का ट्वीट सामने आते ही सबसे पहले मध्यप्रदेश सरकार ने जीवनी मामले से अपना पल्ला झाडा.शुक्रवार स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री दीपक जोशी ने कहा कि यह फैसला हमारा नहीं बल्कि राजस्थान सरकार का था. उन्होनें हमसे पूछा था कि क्या मध्यप्रदेश सरकार भी मोदी की जीवनी अपने यहाँ के पाठयक्रम में शामिल करेगीं. हमने इस पर विचार करने की बात कही थी. मोदी जी की ट्वीट सामने आने के बाद प्रदेश सरकार ने इस मामले को पूर्ण विराम दे दिया है. मंत्री जोशी ने यह जरुर कहा कि हम मोदी जी के नेतृत्व में प्रदेश को शिक्षा का हब बनायेगें.