
दरअसल इंदौर जैसे महानगर में 1000 से अधिक ऐसे मूकबघिर हैं जो मोबाईल की 3 जी सेवा को उपयोग कर अपनी इस कमी को पूरा कर रहे हैं लोकलइंदौर संवाददाता ने ऐसे ही एक मूकबधिर सांवरलाल से मोबाईल के माध्यम से साक्षात्कार लेते हुए जाना कि वह कैसे इन साधनों का उपयोग करता है। सांवरलाल इंदौर में एक निजी संस्थान में कम्प्यूटर आपरेटर और काउन्टर बिलिंग का काम करते हैं ।उन्होंने बताया कि वे मोबाइल सेवा पर जहां 3 जी सेवा से विडियो कर शहर और अन्य जगह पर रहने वाले अपने मि़त्रो ओर रिशतेदारों से विडियों कॉल पर सांकेतिक भाषा में बात कर लेता है 1 इतना ही नही वे फायरिंग और अन्य सेवाओं के माध्यम से चेटिंग और एसएमएस कर एक दूसरे से बात करते हैं 1 उसने बताया कि हमारी मूकबधिरता हमें कोई अडचन पैदा नहीं करती हम सांकेतिक भाषा के साथ साथ संचार की नई तकनिकी को अपना कर अपने जीवन को सरलता के साथ जीने योग्य बना लेते हैं 1
उल्लेखनीय है कि आज जरा जरा सी बातों पर आत्महत्या करते युवाओं के बीच जीवन की कमियों को झेलते अपनी बाधाता को तकनिकि साधनों से दूर कर जीवन जीने की कला इन लोगों से सीखी जा सकती है