राष्ट्रपति ने DAVV को आगे आने को कहा : छात्र समझे जवाबदारी

लोकल इंदौर २८ जून . राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने कहा कि विश्वविद्यालयों का यह कर्तव्य है कि वे अपने छात्रों में जिज्ञासा तथा वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने का प्रयत्न करें। बहुत से विश्वविद्यालयों में इनवोवेशन क्लब की स्थापना की गई है। इनके जरिये उन्नत अनुसंधान केन्द्र तथा आम आदमी को जोड़ा जाना चाहिये, जिससे की एक नवाचार वेब बनाया जा सके। उन्होंने देवी अहिल्या विश्वविद्यालय से इस क्षेत्र में आगे आने के लिये आग्रह किया। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत सरकार एक राष्ट्रीय शैक्षणिक डीपोजट्री को स्थापित करने की प्रक्रिया में है। शैक्षणिक योग्यता के लिये यह एक राष्ट्रीय डाटा बेस होगा। राष्ट्रपति ने आशा व्यक्त करी कि इसी तरह के अन्य कदम उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये महत्वपूर्ण होंगे।
इन्दौर में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह के अवसर पर बोलते हुये राष्ट्रपति ने छात्रों को इस बात का ध्यान दिलाया कि जो शिक्षा वे ग्रहण कर रहे है। वह समुदाय तथा राष्ट्र का योगदान है, जिस धरती पर विश्वविद्यालय का निर्माण किया गया है, वह समुदाय से प्रदान की गई है। इसी प्रकार यह भवन , अन्य इमारेते, पुस्तकालय में रखी किताबें, आॅन लाइन डाटा बेस इत्यादि राष्ट्र के द्वारा प्रदान की गई है। राष्ट्र अपने विश्वविद्यालय में निवेश करता है क्योंकि छात्र हमारा भविष्य है। छात्रों पर भी यह जिम्मेदारी है कि वह केवल अपने या अपने परिवार को ही नही बल्कि राष्ट्र तथा इसके निवासियों के लिये भी अपनी जिम्मेदारी निभायें।