सोमवार को रुपया तीन महीनों के निचले स्तर पर पहुंच गया। रुपया की लगातार कमजोर होती हालत को देखकर इसमें आरबीआई दखल दे सकता है। यूरोप में स्पेन द्वारा बॉन्ड की बढ़ता बोझ कमजोर यूरोपीय अर्थव्यवस्था को डरा रहा है। आरबीआई पिछले एक महीने से घरेलू फॉरेक्स मार्केट में सक्रिया है और उम्मीद की जा रही है कि धड़ाम होते रुपए को संभालने के लिए आरबीआई डॉलर की बिकवाली कर सकता है जिससे गिरते रुपए को राहत मिलेगी।जानकारों के मुताबिक बैंक रुपए को 52 रुपए से नीचे नहीं आने देगा। 2 बजे रुपया एक डॉलर के मुकाबले 51.695 रुपए पर कारोबार कर रहा था। शुक्रवार को रुपया 51.305 रुपए पर बंद हुआ था। इस साल फरवरी में रुपया 48.60 रुपए के साथ सबसे मजबूती पर था। दिसंबर 2011 में रुपया अपने सबसे न्यूनतम 54.30 पर पहुंच गया था।