रेडियों फ्रिक्वेंसी से होगीबिजली बिल रिडिंग

सेंट्रलाईजड एनर्जी मैनेजमेंट सिस्टम के तहत  अब इंदौर में बिजली बिलों की रीडिंग रेडियों फ्रिक्वेंसी से होगी । इसके लिए घरों में लगे और घरों के बाहर लगे मीटर के साथ पर पोल पर मीटर लगाए जा रहे हैं जिससे कंट्रोल रुम में बैठ कर ही बिना रिडिंग बिल बना लिए जाएगें।

विभाग से मिली जानकारी के अनुसार  इंदौर के सिटी सर्कल में सेंट्रलाईजड एनर्जी मैनेजमेंट सिस्टम के तहत मीटर बाक्स लगाने का काम प्रारंभ किया गया है। इसमें विद्युत सप्लाय के खंभों पर बाक्स लगाए जा रहे है। इन बाक्सों में मीटर है और उपभोक्ता के घर में मात्र एक डिस्प्ले लगाया जा रहा है। अपने पायलेट प्रोजेक्टर्स से लेकर अभी तक में आधुनिक हो चुके इस सिस्टम से भविष्य में बिना रिडिंग लिए कंट्रोल रुम में बैठ कर ही बिल बना लिए जाएगें। 

रेडियों फ्रिक्वेंसी से होगी रिडिंग
दो वर्ष पूर्व पायलेट प्रोजेक्ट के तहत शहर के कुछ स्थानों पर 2-2 मीटर लगाए गए थे। अब उसी को पूरे शहर में लागू किया जा रहा है। इस नई व्यवस्था में घरों में लगे और घरों के बाहर लगे मीटर के साथ पर पोल पर मीटर लगाए जा रहे है। वही घरों में मात्र एक छोटा उपकरण लगाया गया था जिसमें मात्र विद्युत की खपत डिस्प्ले की जाएगी।  पोल पर लगे 2 बाक्स में प्रत्येक में 10 मीटर होंगे। मीटर की रिडिंग रेडियों फिक्वेंसी से ली जाएगी। इससे ना तो घर में लगे मीटर की तरह दरवाजे खटखटाने की जरुरत होगी और ना ही पोल पर चढ कर रिडिंग देखी जाएगी।
केन्द्रऔर प्रदेश शासन के सहयोग से प्रारंभ की गई इस योजना को पीपीआर-31 के नाम से लागू किया गया है। इसके प्रारंभ होने के बाद घरों में स्विच लगा कर, स्पीड स्लो करवा कर, चुंबक रख कर, रिमोट से कंट्रोल करने जैसी घटनाओं को रोका जा सकेगा।

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