लोकल इंदौर लोकसभा चुनाव के लिए मुकाबले तय हो चुके हैं। मालवा में भी कांग्रेस और भाजपा ने अपने उम्मीदवार तय करने के साथ ही जीत का अभियान शुरू कर दिया है। जीत की इस रस्साकशी की खास बात यह है कि कई ऐसे चेहरे मुकाबले में हैं जिनका मूल पेशा राजनीति नहीं है। इनमें से कोई पायलट है, कोई चिकित्सक रहा है तो किसी ने किसी ने जज के सामने न्याय के लिए बहस की है। लेकिन अब सभी जनता की अदालत में वोट पाने के लिए मैदान में हैं। मालवा-निमाड़ के बुजुर्ग उम्मीदवारों में ताई सबसे वरिष्ठ है। एमए एलएलबी तक पढ़ी इंदौर की सुमित्रा महाजन 71 साल की उम्र में चुनाव लड़ रही है। इंदौर से ही आप के उम्मीदवार अनिल त्रिवेदी भी वकील है। वे लंबे समय गरीबों के लिए सामाजिक मुद्दों पर लड़ाई लड़ते आए है। आदिवासी नेत्री जमुनादेवी की पुत्री डॉ. हेमलता ढांड धार से आम आदमी पार्टी से चुनाव लड़ रही है। वे इंदौर के महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय से पढ़ी हैं और यहीं उन्होंने लंबे समय तक उपचार भी किया है। मंदसौर से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी पारस सकलेचा कैरियर मार्गदर्शक रहे हैं, बैंकिंग में कैरियर के लिए उन्होंने रतलाम में दो दशक पहले युवाम प्रारंभ किया था। खंडवा से भाजपा उम्मीदवार नंदकुमार सिंह चौहान जहां कला स्नातक है, वहीं कांग्रेस प्रत्याशी अरूण यादव कृषि स्नातक है।
हैं किसान लेकिन आंगन में खड़ा रहता है हेलीकॉप्टर
इंदौर से सर्वाधिक चर्चित कांगे्रस उम्मीदवार सत्यनारायण पटेल है। वे हैं तो किसान परिवार से लेकिन आर्थिक संपन्नता ने उन्हें हेलीकॉप्टर के प्रति आकर्षित किया। वे न केवल पायलट बन गए बल्कि हेलीकॉप्टर के मालिक भी बने है। पटेल एकमात्र ऐसे राजनेता हैं जिनके बिचौली मर्दाना स्थित निवास पर स्थाई हेलीपेड बना हुआ है। यहीं पर उनका हेलीकॉप्टर लैंड व टेकआॅफ करता है।