लोकल इंदौर। १ मई पिछले दिनों इंदौर के जीआरपी थाने में हुए मीडिया-पुलिस विवाद में आज मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने जीआरपी टीआई को निलंबित करने के आदेश जारी किए। आज अपराह्न होटल फाच्र्यून लैंडमार्वâ में इंदौर प्रेस क्लब के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को विस्तार से समूचे घटनाक्रम की जानकारी दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री को घटना से संबंधित वीडियो पुâटेज भी दिखाए गए।
इंदौर प्रेस क्लब अध्यक्ष प्रवीण कुमार खारीवाल ने मुख्यमंत्री को बताया कि बेवजह मीडियाकर्मियों को लॉकअप में बंद करने व पिटाई करने का विरोध करने वाले पत्रकारों को भी बुरी तरह पीटा गया। घटना के दिन ०७ घंटे बाद रेलवे एसपी के हस्तक्षेप से एफआईआर लिखी गई, लेकिन घटना के जिम्मेदार टीआई गंगराड़े को बचाया जा रहा है। इंदौर प्रेस क्लब ने टीआई के निलंबन के साथ-साथ दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त धाराओं में प्रकरण दर्ज करने की मांग की। मुख्यमंत्री ने सभी मामलों पर सहानुभूतिपूर्वक निर्णय लेने की बात कही। इस अवसर पर उपस्थित पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री से कहा कि कुछ राज्यों में पत्रकारों पर हमले के मामले में गैरजमानती धाराओं में कार्रवाई किए जाने का प्रावधान है। ऐसा कानून मध्यप्रदेश में भी होना चाहिए।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सचिव एसके मिश्रा और आयुक्त जनसंपर्वâ राकेश श्रीवास्तव भी उपस्थित थे। प्रतिनिधिमंडल में अमित सोनी, सुनील जोशी, मनोहर लिंबोदिया, राजेश ज्वेल, कमल कस्तुरी, संजय लाहोटी, सुनील अग्रवाल, मुकेश ठाकुर, एहतियाब शेख, पंकज दीक्षित, अजय यादव आदि मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने इस विवाद की जांच अधिकारी एआईजी सुश्री इमरीन शाह की रिपोर्ट के अन्य बिंदुओं पर भी कार्रवाई तथा घायल पत्रकारों के समुचित इलाज के निर्देश दिए।