लोकल इंदौर 8अगस्त। सामान्य-सा नजर आने वाला मतदाता परिचय-पत्र अब स्मार्ट कार्ड की तरह बनाया जाएगा। एक कार्ड में आयोग मतदाता की कई जानकारियां समाहित करेगा। रंगीन कार्ड में होने वाली जानकारी कंप्यूटर से तुरंत पता चल जाएगी। अब लोगों को अपना नाम जुड़वाने के लिए यहां-वहां भटकना नहीं पड़ेगा। एक फोन लगाने पर बीएलओ उनके घर जाकर आवेदन भरेगा और नाम जुडऩे या संशोधन के बाद उन्हें घर पर ही परिचय-पत्र उपलब्ध भी कराएगा।इस कार्य के लिए 50 रुपए शुल्क लगेगा।
मतदाता परिचय-पत्र अब मात्र मतदान के ही नहीं अन्य कार्यों में भी उपयोग हो सकेगा। लाइसेंस या एटीएम की तरह आयोग ने अब मतदाता का फोटोयुक्त परिचय-पत्र बनाने की योजना तैयार की है। एक साल बाद सभी मतदाताओं को आयोग यह परिचय-पत्र बनाकर देना शुरू कर देगा।
लोकल इंदौर के अनुसार मतदाता के इमेल आईडी व मोबाइल की जानकारी जिला स्तर पर जमा की जा रही है। कार्ड के लिए मतदाता को नया नंबर भी दिया जाएगा। इस पर सिर्फ नाम पता व फोटो ही नजर आएंगे।एक फोन लगाते ही जिला कार्यालय से कर्मचारी व्यक्ति के घर पहुंचेगा और उसका आवेदन भरकर जमा करेगा। आयोग ने इस कार्य के लिए 50 रुपए शुल्क का निर्धारण किया है। नए नाम जुड़वाने के अलावा यदि व्यक्ति संशोधन का आवेदन देता है तो उसे नियमानुसार 25 रुपए की रसीद भी कटवाना होगी।