लोकल इंदौर १३ दिसम्बर । दिल्ली की सीमा पार जारी किसान आंदोलन को देखते हुए प्रदेश के 8 बड़े संभागों में भारतीय जनता पार्टी सम्मेलन करने की तैयारी कर ली है। इन सम्मेलन के जरिये पार्टी किसानों को बिल से जुड़ेझूठ और सच के बारे में बतायेगी। लेकिन इसके पहले प्रदेश के किसान संगठनों के पदाधिकारियों को सीएम हाउस बुलाने की
तैयारी हो रही है। इस पदाधिकारियों की मुयमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ बैठक कराई जाएगी।
लोकल इंदौर को मिली जानकारी के अनुसार किसान आंदोलन को देखते हुए प्रदेश के किसानों को इस आंदोलन से दूररखने के लिए सरकारऔर पार्टी किसानों को समझाईश देने और कृषि कानून को उनके हितों का बताने के लिए इस तरह के सम्मेलन आयोजित करने जा रही है इन सम्मेलनों में भाजपा के शीर्ष नेताओं को बुलाया जाएगा।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय नेतृत्व ने शुक्रवार को प्रदेश संगठन को निर्देश दिए थे कि किसानों के बीच जाकर कृषि कानूनों के फायदे बताए जाएं। इसकेबाद प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने बैठक बुलाई थी। इसमें प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत और सहसंगठन महामंत्री हितानंद शर्मा के साथ पांचों महामंत्री रणवीर सिंह रावत, हरिशंकर खटीक, शरतेंदु तिवारी, भगवानदास सबनानी और कविता पाटीदार भी मौजूद थे। रावत चूंकि किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हैं। उन्हें इसकी रणनीति बनाने की जवाबदेही दी गई है।
सिंधिया और विजयवर्गीय और तोमर भी आएंगे
जानकारी के अनुसार किसान सम्मेलन की शुरुआत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा नर्मदा पुर और उज्जैन संभाग से करेंगे। दोनों नेता इसी दिन पहले होशंगाबाद और उज्जैन में किसान सम्मेलन को संबोधित करेंगे 16 दिसंबर को केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिराज सिंधिया ग्वालियर चंबल संभाग के किसानों को संबोधित करेंगे। सीएम शिवराज सिंह चौहान तथा प्रदेश अध्यक्ष जबलपुर में भी किसानों के बीच रहेंगे इसके अलावा प्रह्लाद पटेल भी संभाग में जाकर किसान सम्मेलन को संबोधित करेंगे और शहडोल संभाग में भी किसान सम्मेलन को संबोधित करेंगे इन्दौर के किसानों का जिम्मा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय मंत्री नरोत्तम मिश्रा और गोपाल भार्गव को सौंपा गया है सम्मेलन की सफलता के लिए भाजपा ने अपने मंत्रियों सांसदों और विधायकों को भी जवाबदारी दी यही