इंदौर१७ नवम्बर। सूर्य आराधना का सबसे बड़ा पर्व . चार दिवसीय छठ महोत्सव की शुरुआत बुधवार 18 अक्टूबर को नहाय खाइ से होगी। 19 नवंबर को खरना का आयोजन होगा। छठ महापर्व का मुख्य आयोजन 20 नवंबर कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को होगा जिसमें व्रती महिलाएं एवं पुरुष अस्ताचलगामी सूर्य देव को अर्घ्य देंगे। छठ महापर्व का समापन चौथे दिन 21 नवंबर कोई श्रद्धालुओं द्वारा उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के पश्चात सम्पाप्त होगा।
इस वर्ष कोरोना महामारी के कारण शहर में रह रहे पूर्वांचल के लोग अपने घरों के परिसर में ही कृत्रिम जलकुंड का निर्माण कर सूर्यदेव को अर्घ्य देंगे स शहर में रह रहे पूर्वांचल वासियों की शीर्ष संस्था पूर्वोत्तर सांस्कृतिक संस्थान मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर जगदीश सिंह महासचिव के के झा तथा सचिव अजय कुमार झा ने कहा कि इस वर्ष कोरोना महामारी को देखते हुए शहर में रह रहे पूर्वोत्तर के लोग समाज एवं शहर हित तथा लोगों के स्वास्थ्य को दृष्टिगत रखते हुए शहर के सार्वजनिक जलकुण्डों तालाबों कृत्रिम घाटों में सार्वजनिक रूप से छठ पूजा नहीं मनाते हुए अपने अपने घरों में ही कृत्रिम जलकुण्डों का निर्माण कर छठ मनाएंगे एवं सूर्यदेव को अर्घ्य देंगें।
पूर्वोत्तर सांस्कृतिक संस्थान मध्य प्रदेश के प्रदेश महासचिव के के झा ने ने कहा कि वर्तमान में कोरोना महामारी के संक्रमण से मानवीय क्षतिए इंदौर शहर के विभिन्न क्षेत्रों में बने कृत्रिम जलकुण्डों का सिमित दायराए हरेक छठ घाट पर आनेवाले संभावित हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ तथा सरकार द्वारा जारी धार्मिक आयोजनों हेतु जारी गाइड लाइन छठ महापर्व को सार्वजनिक रूप से बृहत् पैमाने पर मनाए जाने के अनुकूल नहीं है। अतः इस वर्ष पूर्वोत्तर समाज के लोगों द्वारा आपसी सहमति से छठ पूजा सार्वजनिक कृत्रिम घाटों पर नहीं मनाते हुए घर पर मनाने का निर्णय लिया गया है।
यह निर्णय पूर्वोत्तर सांस्कृतिक संस्थान के पदाधिकारियों द्वारा इंदौर शहर के विभिन्न छठ पूजा आयोजन समितियों के पदाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्ध्यम से बात करने के पश्चात शहर एवं शहरवासियों के हितों को ध्यान में रख कर लिया गया है। संस्थान ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में रह रहे पूर्वोत्तर समाज के लोगों से अपील की है कि इस वर्ष परिवार हितए समाज एवं देशहित में सभी छठ व्रती एवं श्रद्धालुगण अपने अपने घरों में ही छठ पूजा का आयोजन करें तथा स्वस्थ्य एवं सुरक्षित रहें।