लोकल इंदौर 14 फरवरी। इंदौर में गाठ दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा अकस्मात सुखलिया स्थित रैन बसेरे का निरीक्षण करने के बाद वहा का वहां का नजारा बदला जाने को ले कर इंदौर के अखबारों और शोशल मीडिया पर चल रही खबरों का नगर निगम ने खंडन किया है। आयुक्त सुश्री पाल ने बताया कि मुख्यमंत्रीजी के रैन बसेरों के भ्रमण के मद्देनजर कोई बनावटी व्यवस्था नहीं की गई थी। नगर निगम प्रशासन ने इस संबंध में कुछ अख़बारों और सोशल मीडिया में प्रकाशित और प्रसारित ख़बरों का खंडन किया है।
कोई बनावटी व्यवस्था नहीं की गई थी रैन बसेरों में
आयुक्त नगर निगम सुश्री प्रतिभा पाल ने बताया है कि इन रैन बसेरों में आने वाले लोग अपनी आवश्यकता अनुसार ही यहाँ रहने के लिए आते हैं। प्रायः ऐसे लोग दूरदराज़ के स्थानों से इंदौर में आवश्यक काम के कारण आते हैं और एक या दो रात यहाँ रुकने के बाद चले जाते हैं। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के अभी दो दिन पूर्व रैन बसेरा के भ्रमण के दौरान यहाँ बाहर के मुसाफ़िर सहज रूप से रूके हुए थे। जिला प्रशासन को रैन बसेरा में मुख्यमंत्री जी के भ्रमण की सूचना पूर्व निर्धारित नहीं थी। आकस्मिक रूप से रैन बसेरा में मुख्यमंत्री जी का भ्रमण किसी भी तरह से पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में नहीं था। आयुक्त सुश्री पाल ने बताया कि मुख्यमंत्रीजी के रैन बसेरों के भ्रमण के मद्देनजर कोई बनावटी व्यवस्था नहीं की गई थी। नगर निगम प्रशासन ने इस संबंध में कुछ अख़बारों और सोशल मीडिया में प्रकाशित और प्रसारित ख़बरों का खंडन किया है।
नि:शुल्क रात्रि विश्राम और एक टाइम भोजन की व्यवस्था है रैन बसेरे में
अपर आयुक्त श्री अभय राजनगावकर ने बताया है कि आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के लोग रोज़गार की तलाश या अन्य प्रयोजन के लिए शहर आते है। ऐसे लोगों के लिए रात्रि विश्राम की नि:शुल्क सुविधा है। यात्री के आने पर उसकी पंजी में एंट्री करते है तथा सेफ्टी के लिए आधार कार्ड की फोटोकॉपी जमा करा लेते है। रुकने के लिए – सोने के लिए पलंग, बिस्तर, चादर, कम्बल , तकिया आदि की व्यवस्था के साथ साथ शौचालय, यूरिनल तथा नहाने की व्यवस्था है । पीने के पानी की व्यवस्था के साथ साथ विगत दिनों संभाग आयुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा के निर्देश के बाद 1 फरवरी से नि:शुल्क रात का भोजन भी वितरण कराया जा रहा है। यह भोजन दीनदयाल रसोई केंद्र पर तैयार कर डिनर पैकेट वितरण कराए जा रहे है। ठंड के समय सभी 10 रैन बसेरा में अलाव जलाया जाता है। इन रैन बसेरा का संचालन दो एजेंसियों – माँ आस्था सामाजिक संस्था तथा वाल्मीकि समाज सेवा द्वारा किया जाता है, जो दिन प्रतिदिन के केंद्र संचालन, सफ़ाई, प्रबंधन के लिए उत्तर दायीं है। इनके द्वारा केयर टेकर रखे गए हैं जो देख रेख हेतु उपलब्ध रहते है। रैन बसेरा के भवन निगम के स्वामित्व के है, इस लिए बिल्डिंग मेंटेनेंस निगम के जोनल ऑफिस करते है।
मुख्यमंत्री के जाते ही खाली हुआ था रैन बसेरा
अखबारों में खबर छपी थी मुख्यमंत्री के जाते ही रेन बसेरा खाली हो गया था। कहा जा रहा था की मुख्यमंत्री के आने के कारण वहा बाहर से यात्री लाये गए थे और मुख्यमंत्री के जाते ही चले गए थे।