लोकल इंदौर १ मार्च .इंदौर की लोकायुक्त टीम ने आज महू उपजेल में छापा मारकर जेल आरक्षक और एक सफाई कर्मी को गिरफ्तार किया है .इन्होने कैदी को बेहतर सुविधा देने के नाम पर परिवार वालों से 25 हजार की रिश्वत मांगी थी. आरक्षक जेलर के नाम पर रुपयों की मांग कर रहा था।लोकायुक्त द्वारा रिश्वत के रूपये देने के लिए बनाये जाल में ये फंस गये .
जानकारी के अनुसार लोकायुक्त इंदौर को जितेंद्र सोलंकी निवासी ग्राम खजुरिया हातोद ने शिकायत की थी कि उसके मित्र दिलीप चौकसे के खिलाफ किशनगंज थाने में जून 2020 में धारा 34 (2) आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई हुई थी। मामले में उसका मित्र अभी उप जेल महू मे बंद है। चौकसे को जेल में कोई परेशानी नहीं हो इसके लिए जेल का स्टाफ लगातार परिवार वालों से पैसे की मांग कर रहा था, जिसमें पहले भी चौकसे की ओर से जेल स्टाफ को पैसे दिए गए थे, लेकिन चौकसे से वे लोग अब और रुपए मांग रहे हैं।लगातार रुपए देने से परेशान परिवार वालों ने मामले की शिकायत लोकायुक्त में की।
लोकाय्तुक्त टीम ने प्लान के तहत शिकायतकर्ता जितेंद्र सोलंकी सोमवार को लोकायुक्त के कहने पर रुपए लेकर पहुंचा था। उसके साथ ही टीम जेल प्रांगण में पहुंची। आरोपी प्रहरी अजेंद्र ने उसे जेल में कार्यरत स्वीपर मनीष बाली को पैसे देने को कहा। जैसे ही पीड़ित ने रुपए मनीष को दिए, वहां मौजूद टीम ने उसे रंगे हाथ दबोच लिया। नाम पूछने पर आरक्षक का भी खुलासा हुआ। टीम ने दोनों को पकड़ा और किशनगंज थाने लेकर गई।