इस साल अब तक साढ़े तीन माह के दौरान
लोकल इंदौर । इंदौर के जंगलों में इस साल के पहले साढ़े तीन माह में तेंदुए ने 50 से ज्यादा मवेशियों का शिकार किया । इसी के चलते जंगलों के आसपास के ग्रामीणों को भीषण गर्मी को देखते हुए वन विभाग ने अलर्ट किया है कि क्योंकि भोजन-पानी की तलाश में तेंदुए का मूवमेंट गांव में भी हो सकता है।
अधिकृत सूत्रों के मुताबिक, इंदौर वनमंडल की मानपुर, चोरल, महू और इंदौर रेंज के जंगलों में लगभग 40 से 50 तेंदुओं की मौजूदगी है।
पिछली दिनों की गई गणना के दौरान ये संख्या सामने आई थी। गौरतलब है कि कई बार भोजन-पानी की तलाश के वक्त तेंदुए का मूवमेंट जंगल से लगी रहवासी बस्ती में भी घुस जाते है।
विभागीय सूत्र बताते हैं गत एक साल के दौरान भोजन-पानी की तलाश में घूमते तेंदुओं ने जंगलों में चर रहे करीब दो सौ बकरी, भैंस और गाय को अपना शिकार बना लिया था, बकि इस साल जनवरी से लेकर अब तक के साढ़े तीन माह के दौरान इंदौर वनमंडल में 50 से ज्यादा ग्रामीणों के मवेशियों को तेंदुए जंगल में अपना शिकार बना चुके हैं।
इनमें इंदौर रेंज के जंगल में लगभग 22 घटनाएं हुई, वहीं चोरल और मानपुर में कई ग्रामीणों के दुधारू पशु शिकार बन चुके हैं। कई बार ग्रामीणों के पशु चराने के दौरान शाम को लौटते समय जंगल में छूट जाते हैं, सुबह जब ग्रामीण मवेशी को तलाशने जाते हैं तो पता चलता है कि तेंदुए ने शिकार कर लिया। कई बार रात के समय तेंदुए या लकड़बग्घे भी जंगल में मकान बाहर, बंधी बकरी, गाय व अन्य दुधारू जानवरों को शिकार बना लेते हैं।
नियम के अनुसार जिन ग्रामीणों के मवेशी शिकार हुए उन्हें विभाग की ओर से नियमानुसार पंचनामा प्रक्रिया के बाद आर्थिक सहायता भी दी जाती है।